Hottest Summer for Bihar this Year
उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब सहित देश के नौ राज्यों पर जलवायु परिवर्तन के कारण बड़ा खतरा मंडरा रहा है। करीब ढाई दशक बाद ये राज्य सर्वाधिक जोखिम वाले श्रेणी में होंगे। ऐसी स्थिति में बाढ़, अत्यधिक गर्मी, जंगल की आग, सूखे के कारण मिट्टी का क्षरण, अत्यधिक तेज हवा और बर्फीले तूफान की आशंका रहेगी।

आने वाला गर्मी का मौसम काफी गर्म होगा बिहार के लिए
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने मंगलवार को मौसमी मौसम दृष्टिकोण पेश करते हुए चेतावनी दी कि बिहार में अधिकतम और न्यूनतम तापमान मौसम के सामान्य से अधिक तापमान के साथ गर्म गर्मी का अनुभव होने की संभावना है।
फरवरी में प्रारंभिक स्थितियों के आधार पर, बिहार में मार्च से मई के दौरान अधिकतम तापमान में औसतन 0.38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में 0.12 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की संभावना 60% है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र (पीएमसी) के अनुसार, राज्य में मंगलवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
दैनिक मौसम बुलेटिन के अनुसार, भागलपुर राज्य का सबसे गर्म शहर रहा, जहां अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना में अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस, गया में 32.6 डिग्री सेल्सियस, बक्सर में 33.3 डिग्री सेल्सियस, जमुई में 32.6 डिग्री सेल्सियस और सबौर में 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पीएमसी के वेदरमैन ने कहा कि गर्मी से कोई राहत नहीं मिलेगी क्योंकि 15 मार्च तक तापमान में कोई बदलाव नहीं होने की संभावना है।
जलवायु परिवर्तन से सर्वाधिक खतरे में बिहार और उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब सहित देश के नौ राज्यों पर जलवायु परिवर्तन के कारण बड़ा खतरा मंडरा रहा है। करीब ढाई दशक बाद ये राज्य सर्वाधिक जोखिम वाले श्रेणी में होंगे। ऐसी स्थिति में बाढ़, अत्यधिक गर्मी, जंगल की आग, सूखे के कारण मिट्टी का क्षरण, अत्यधिक तेज हवा और बर्फीले तूफान की आशंका रहेगी।
अंतरराष्ट्रीय संगठन क्लाइमेट रिस्क समूह के 'क्रास डिपेंडेंसी इनीशिएटिव' (एक्सडीआइ) ने सोमवार को विश्व के 50 ऐसे राज्यों की सूची जारी की है, जिन्हें 2050 तक जलवायु परिवर्तन के जोखिम में घिरने के लिहाज से संवेदनशील बताया गया है।
सूची में चीन के 27 प्रांतों के बाद सर्वाधिक नौ राज्य भारत से हैं। अमेरिका के पांच राज्य, इंडोनेशिया और ब्राजील के तीन-तीन, पाकिस्तान के दो और अफगानिस्तान का एक राज्य है। भारतीय राज्यों में असम, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और केरल भी शामिल हैं। एक्सडीआइ की के अनुसार, वर्ष 2050 में 200 में से 114 जोखिम वाले प्रांत एशिया के ही हैं, जिनमें भारत व चीन के राज्य अधिक हैं।